Lyrics Trishna Mein Rog Hai.lrc Shankar Mahadevan
[id: iwaeetqf]
[ar: Shankar Mahadevan]
[al: Buddha Hi Buddha Hai – The Buddha Within]
[ti: Trishna Mein Rog Hai]
[length: 05:09]
[00:00.38]उत्तमङ्गगेन वंदेहं धम्ममंचदुविधंवरम्
[00:06.85]धम्मेयो खलितोदोषो धम्मोखमतु तं मम्
[00:13.68]…धम्मोखमतु तं मम्
[00:17.05]…धम्मोखमतु तं मम्
[00:20.24]
[00:32.75]तृष्णा में रोग है, दुख है
[00:39.29]दुख से मुक्ति का मार्ग है
[00:45.79]धम्म का बस यही सार है
[00:52.25]बुद्ध की सीख का सार है
[00:58.84]तृष्णा में रोग है, दुख है
[01:04.79]
[01:31.11]आशा का संचार है ज़िंदा मन में
[01:36.03]हो, आशा का संचार है ज़िंदा मन में
[01:42.47]हो, फँसता जाता है…
[01:49.06]हो, फँसता जाता है मानव हर वक्त
[01:54.55]सख्त वो लोभ, मोह के दलदल में
[01:59.90]हो, आशा का संचार है ज़िंदा मन में
[02:06.97]फँसता जाता है मानव हर वक्त
[02:10.50]सख्त वो लोभ, मोह के दलदल में
[02:16.40]लोभ के बँधनों से छुटो
[02:22.97]लोभ के बँधनों से छुटो
[02:28.79]हो, मोह का ना कोई अंत है
[02:36.07]धम्म का बस यही सार है
[02:42.60]
[03:05.03]सम्यक दृष्टि…
[03:11.42]सम्यक दृष्टि, सम्यक हो संकल्प
[03:21.47]वाणी भी सम्यक…
[03:27.96]वाणी भी सम्यक, सम्यक हो कर्मा
[03:36.74]ओ, अनुशासित व्यायाम, आहार हो
[03:40.76]स्मृति भी सम्यक, समाधी आसन
[03:44.21]मार्ग यही अष्टांग, मार्ग यही अष्टांग
[03:50.66]आचरण जो करे वो धन्य है
[03:56.99]आचरण जो करे वो धन्य है
[04:03.56]सुख की भी प्राप्ति फिर अनन्य है
[04:09.25]ओ, सुख की भी प्राप्ति फिर अनन्य है
[04:19.73]तृष्णा में रोग है, दुख है
[04:26.34]दुख से मुक्ति का मार्ग है
[04:32.81]धम्म का बस यही सार है
[04:38.49]ओ, बुद्ध की सीख का सार है, सार है
[04:48.75]ओ, सार है
[05:00.69]Year of Release: 2010